उत्तराखंड की चार धाम यात्रा
नई टिहरी गढ़वाल। चारधाम यात्रा के लिए अब कुछ ही समय शेष रह गया है। इस साल से यात्रा काल के दौरान सभी वाहनों का संचालन चम्बा वाया नई टिहरी से होगा। मास्टर प्लान नई टिहरी नगर के यात्रा मार्ग से जुड़ने से लगता है कि अब इस शहर की रौनक लौट आएगी। साथ ही शहर को पर्यटन नगरी के रूप में भी अलग पहचान मिलेगी।
अभी तक चारधाम यात्रा में वाहन चम्बा से उत्तरकाशी और सीधा घनसाली होकर केदारनाथ व बदरीनाथ निकल जाते थे। इस कारण नई टिहरी शहर यात्रा मार्ग से अलग-थलग पड़ गया था। पहले ही नई टिहरी शहर में अन्य शहरों की भांति रौनक नहीं दिखाई देती है और इसके यात्रा मार्ग से अलग-थलग होने के कारण यात्रा काल में यहां कोई चहल-पहल न दिखती और ना ही यहां पर यात्रियों की आवाजाही रहती। जन प्रतिनिधि लगातार नई टिहरी शहर को पर्यटन नगर के रूप में विकसित करने की उठाते रहे। शहर के महत्व को देखते हुए पिछले दिन नई टिहरी पहुंचे प्रदेश के परिवहन मंत्री बंशीधर भगत ने कहा था कि नई टिहरी शहर को पर्यटन के रूप में पहचान दिलाने के लिए इस बार से यात्रा के दौरान सभी वाहनों का संचालन चम्बा-नई टिहरी से किया जाएगा। इस निर्णय को नगरवासियों व व्यापारियों ने सराहनीय कदम बताया है। लोगों का कहना है कि नई टिहरी शहर को पहचान दिलाने के लिए इसका यात्रा मार्ग से जुड़ना जरूरी था।
व्यापारिक दृष्टि से पुरानी टिहरी की अपेक्षा नई टिहरी नगर की स्थिति काफी कमजोर है। यहां पर व्यापारियों को ग्राहकों का इंतजार रहता है, लेकिन इस साल से यदि यात्रा सीजन में बसों का संचालन नई टिहरी से होता है तो इससे न केवल शहर की रौनक बढ़ेगी, बल्कि व्यापारियों को भी इजाफा होगा। व्यापारी मदन सिंह चौहान, सूर्यमणी उनियाल, विजयपाल भंडारी का कहना है कि यह एक सराहनीय पहल है। इससे नगर में चहल-पहल तो बढ़ेगी ही व्यापारियों को भी इसका पूरा लाभ मिलेगा।
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