Sunday, April 25, 2010

उत्तराखंड के जंगलों में अग्निकांडों की घटनाएँ

jaley-huey-jangle एक ओर वक्त से पहले गर्मी शवाब पर आ गई है, उत्तराखंड के जंगलों में अग्निकांडों की घटनाएँ आरंभ हो गई हैं, दूसरी ओर उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय साल के लिए बिजली की दरों में तीन प्रतिशत की वृद्धि कर उपभोक्ताओं को जबर्दस्त झटका दे दिया है। भागीरथी पर निर्माणाधीन तीन जल विद्युत परियोजनाओं पर केन्द्र सरकार द्वारा काम रुकवाने से केन्द्र और राज्य सरकार के बीच खींचतान जारी है। उधर राज्य के लिये विशेष औद्योगिक पैकेज की अवधि बढ़ने को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी है।

मतदाताओं को पहचान पत्र जारी करने के लिए 15 अप्रैल से 15 मई तक अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। इस बीच पूर्व में पहचान पत्रों के फोटो सत्यापन का काम भी किया जाएगा। मुख्य मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ने नक्सली हमले में शहीद उत्तराखंड निवासी शहीदों के परिजनों को दो-दो लाख रु. की सहायता राशि देने की घोषणा की। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार राज्य के सरकारी स्कूलों के 40 प्रतिशत बच्चे किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। बच्चों में खून की कमी, नेत्र रोग, चर्म रोग, पेट के कीड़ों, कर्ण स्राव और दाँत के रोग पाये गए। केन्द्र द्वारा पोषित पेयजल योजनाओं को लागू करने में राज्य सरकार देश भर में तीसरे स्थान पर है, बलि।

बदरीनाथ से भाजपा के विधायक केदार सिंह फोनिया ने मुख्य मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से भेंट कर एन.टी.पी.सी. की तपोवन विष्णुगाड़ परियोजना की सुरंग से हो रहे जल रिसाव से जोशीमठ को हो रहे खतरे के बारे में जानकारी दी। राज्य सरकार ने सिनेमा हालों के अस्तित्व के खतरे को देखते हुए चलचित्र नियमावली में संशोधन कर मल्टीप्लेक्स खोलने की सशर्त अनुमति देने का फैसला किया है। राज्य परिवहन निगम ने लम्बी दूरी की 150 बसों के कामकाज पर नियंत्रण के लिए जी. पी. एस. प्रणाली की मदद लेना शुरू कर दिया है। इससे बसों पर निरंतर निगरानी रखना व स्पीड सीमा से तेज चलने जैसी बातों पर अंकुश रखना संभव हो सकेगा। राज्य सरकार ने सूबे के पूर्व मुख्यमंत्रियों को अब वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करवाने का फैसला किया है। एक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जेड श्रेणी की सुरक्षा मांगे जाने के बाद यह फैसला किया गया।

राज्य के 117 सरकारी डिग्री कालेजों के शिक्षकों को अब नए पद नामों व वेतनमानों के साथ तरक्की देने का रास्ता खोल दिया गया है। शिक्षा सचिव ने मकहमे के उपनिदेशक से निचली श्रेणी के अफसरों के विभाग के अनुभागों में घूमने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

नैनीताल

पर्यटक सीजन के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था सुचारु बनाने के लिए सूखाताल, हनुमानगढ़ी व टूटा पहाड़ से शटल सेवा आरंभ करने का निर्णय किया गया है। प्रति व्यक्ति किराया 20 रु. तय किया गया है। शहर के पर्यटन स्थलों के लिए चार सीटर टैक्सी की बुकिंग की दर अधिकतम 150 रु. व इससे अधिक सीटों वाली टैक्सी की दर अधिकतम 250 रु. तय की गई है।

विधायक खड़क सिंह बोरा के अनुसार बलिया नाले की समस्या के स्थायी समाधान के लिए सिंचाई विभाग ने 39 करोड़ रु. की योजना तैयार की है। इस योजना के तकनीकी पहलुओं के अध्ययन के लिए आई.आई.टी. रुड़की को 26 लाख रु. की राशि दे दी गई है। Susheela-Tiwari-Memorial-Forest-Hospital-haldwani

उत्तराखंड फारेस्ट हास्पिटल ट्रस्ट को भंग कर दिया गया है। अब हल्द्वानी स्थित मेडिकल कालेज पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में आ गया है।

नगर के मल्लीताल क्षेत्र की देशी शराब की दुकान हटा कर अन्यत्र ले जाने की माँग उठी है। इस बारे में अखिल भारतीय स्वच्छकार एसोशिएसन ने जिलाधिकारी और आबकरी अधिकारी को ज्ञापन दिया है।

बाघों के संरक्षण के उपायों पर चर्चा के लिए 17 बाघ संरक्षण क्षेत्र के अधिकारियों ने रामनगर में कार्यशाला में हिस्सा लिया।

नैनीताल के पत्रकार नवीन जोशी के फोटोग्राफ ‘पंचचूली’ को ‘जियोटैण्ड फोटो कांटेस्ट’ की ऑनरेबल मेंशंस कैटेगरी में पुरस्कृत होने पर साथी पत्रकारों ने हर्ष व्यक्त किया है।

अल्मोड़ा

सोसायटी फार उत्तरांचल डेवलपमेंट एन्ड हिमालयन एक्शन द्वारा महिलाओं को 15 दिवसीय रोजगार प्रशिक्षण दिया गया। इसमें महिलाओं को जूट बैग व कपड़े के बैग के निर्माण की तकनीकी जानकारी दी गई।

जाड़ों में बर्फबारी और पिछले कुछ महीनों से वर्षा न होने से पनार व उसकी सहायक नदियों में पानी की बेहद कमी हो गई है। इससे आसपास के क्षेत्रों में फसल सूख गई है।

चनौदा में रात के समय हुई इस दुर्घटना में एक डम्पर के सड़क के किनारे स्थित दुकान में घुस जाने से पूर्व सैनिक कल्याण सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया।

सुदूरवर्ती गाँव लखनाड़ी में विभिन्न समूहों ने व महिला मंगल दलों ने स्वच्छता अभियान चलाया।

पिथौरागढ़

नैनीताल जनपद के 23 युवकों के लिए रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षण शिविर 11 अप्रैल से पिथौरागढ़ में आरंभ हुआ।

महर्षि विद्या मंदिर के दो छात्रों का भारतीय सैन्य अकादमी के लिए चयन होने से विद्यालय में प्रसन्नता छा गई।

धारचूला तहसील के दर बोगलिंग गांव में सक्रिय गुलदार ने एक ही रात में 25 बकरियों को मार दिया।

डीडीहाट के लोहार गाँव वन्य क्षेत्र में भीषण आग लगने से भारी क्षति हुई। नाचनी में मिठाई की एक दुकान में आग लगने से भारी क्षति हुई।

बागेश्वर

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने बागेश्वर में 10 स्टडी सेंटरों की स्थापना के साथ ही अपना कार्यालय खोल दिया। कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल द्वारा बागेश्वर में ई-प्रशिक्षण की कक्षाएं आरंभ कर दी गई हैं। स्कूल की गरुड़ शाखा ने अपने वार्षिकोत्सव का आयोजन किया। उधर कॉर्बेट इंटरनेशनल स्कूल द्वारा फीस बढ़ाने के मामले पर अभिभावकों की नाराजगी पत्रकारों द्वारा उजागर करने पर स्कूल प्रबंधन ने पत्रकारों के खिलाफ पर्चेबाजी कर दी। इससे पत्रकारों में जबर्दस्त गुस्सा है।

स्वास्थ्य राज्य मंत्री बलवंत सिंह भौंर्याल ने आम जनता को विकास कार्यों पर पैनी नजर रखने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य बीमा योजना आरंभ की है।

जनपद के अनेक जंगल आग की चपेट में हैं। गरुड़ के समीप माल्दे स्थित जूनियर हाई स्कूल में योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

इंटर कालेज क्वैराली में एन.सी.सी. जूनियर यूनिट की स्थापना की मंजूरी मिल गई है। गायत्री परिवार द्वारा विश्व कल्याण के लिए आयोजित किये जा रहे 108 कुंडीय महायज्ञ से पहले नगर में भव्य कलश या़त्रा निकाली गई। पतंजलि योग समिति ने बैजनाथ मंदिर में पाँच दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया। उसके बाद गागरीगोल के गोलू मंदिर में शिविर का आयोजन किया गया।

12 अप्रेल की शाम खस्ताहाल सड़क के चलते रोडवेज की बस के शामा के निकट शीरी बैंड के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से चालक- परिचालक सहित चार लोगों की मृत्यु हो गयी और दो लोग घायल हो गये। यह बस दिल्ली से शामा जा रही थी।

चम्पावत

पाटी ब्लॉक में शराब की दुकान न खोले जाने की माँग को लेकर ‘संगज्यू संघ’ की महिलायें लगातार आन्दोलन कर रही हैं। तहसीलदार द्वारा झूठा आश्वासन देने के बाद इन महिलाओं ने कोई भी कठोर कदम उठाने की धमकी दी है।

वर्षा न होने से इलाके में आलू की फसल सूखे की चपेट में आ गई है। जंगलों में भी अग्निकांड की घटनाएं बढ़ रही हैं।

माँ पूर्णागिरी धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। एक वृद्धा की खाई में गिर जाने से मौत हो गई।

उधमसिंह नगर

खटीमा के पास इस्लामनगर मोहल्ले में खेल-खेल में गोली चल जाने से एक बालिका की मौत हो गई।

रुद्रपुर में किच्छा मार्ग में मोबाइक सड़क में खड़े एक ट्रक में जा घुसी, जिससे उस पर सवार युवक की मौत हो गई।

अघोषित बिजली कटौती के विरोध में व्यापारियों ने प्रदर्शन कर बिजली विभाग का पुतला फूँका।

ग्राम बिन्दुखत्ता में शराब तस्करों के विरुद्ध अभियान में एक हजार लीटर कच्ची मदिरा जब्त की गई।

ग्राम जैतपुर घोसी (काशीपुर) निवासी 96 वर्षीय स्वतंत्रता संग्रामी ठाकुर प्रभा सिंह का 10 अप्रेल को देहान्त हो गया।

देहरादून

राज्यपाल मार्गेट आल्वा ने भारतीय वन सेवा संघ, उत्तराखंड के तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि वन प्रबंधन का मुख्य ध्येय पर्यावरण को क्षति पहुँचाए बिना गरीबों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का होना चाहिए।

टिहरी बाँध परियोजना की पुनर्वास संबंधी समस्याओं पर दिनकर समिति की रिपोर्ट सिंचाई मंत्री मातबर सिंह कंडारी को सौंप दी गई है। समझा जाता है कि इस रिपोर्ट में बांध विस्थापितों को भूमिधरी अधिकार सौंपने संबंधी सिफारिश की गई है।

राजकीय कोषागारों के आंकड़ों और सूचनाओं के उपयोग के लिए ट्रेजरी सिस्टम पोर्टल तैयार किया गया है। इसके उपयोग के लिए कर्मचारियों को कोड आबंटित किया जाएगा। इसके अलावा कर्मचारियों को पंजीकृत मोबाइल के माध्यम से भुगतान संबंधी सूचनाएँ एस.एम.एस. की जाएंगी।

देहरादून को जून में होने वाली साउथ एशियन जूनियर टेबल टेनिस प्रतियोगिता की मेजबानी का अवसर मिलेगा।

केन्द्रीय श्रम राज्य मंत्री हरीश रावत के अनुसार राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए ई.एस.आई. स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार के अनेक प्रस्ताव हैं। इनसे पौने दो लाख कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। सांसद सतपाल महाराज ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर पहाड़ों में बढ़ रही पेय जल समस्या से मुक्ति दिलाने का आग्रह किया है। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में बड़ी संख्या में युवकों ने भारतीय जनता युवा मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की।

हरिद्वार

चौदह अप्रैल के शाही स्नान को लेकर हरिद्वार में विशेष तैयारियों की गहमागहमी रही। ललतारौ पुल पर एक गठरी में बम की अफवाह से यात्रियों और पुलिस कर्मियों के बीच हड़कंप रहा।

वैसे 140 देशों के चार करोड़ से अधिक लोगों ने इस बार कुंभ में गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। गंगा स्नान के लिए आ रही एक महिला को अज्ञात वाहन ने सड़क पार करते समय कुचल दिया। ट्रक की चपेट में आने से एक डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई।

सहारनपुर की तरफ जा रहे एक ट्रक के अनियंत्रित हो जाने से मोटर साइकिल पर सवार युवक-युवती व तीन साल के बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। पाँच दिनों से लापता एक युवक का शव पुलिस ने पथरी पावर हाउस गंग नहर से बरामद किया।

रुड़की के समीप डेलना गांव की एक महिला ने पत्थर मार कर अपने जेठ की हत्या कर दी। रुड़की क्षेत्र में फार्म हाउस में सो रहे एक नौकर की गोली मार कर हत्या कर दी गई। घटना के पीछे भूमि संबंधी विवाद की आशंका है।

केन्द्रीय श्रम राज्य मंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार दुहरा आचरण कर रही है। एक तरफ वी.आई.पी. के आने का विरोध कर रही है और दूसरी तरफ वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के लिए विशेष प्रबंध किये जा रहे हैं।

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गंगा पर बन रहे बांधों को हटाने का समर्थन किया लेकिन यह भी कहा कि बिजली परियोजनाएं बंद होने की स्थिति में वैकल्पिक बिजली व्यवस्था के लिए केन्द्र राज्य सरकार को मदद दे।

भारतीय ज्योतिष परिषद के तीन दिवसीय ज्योतिष महाकुंभ में देश भर के विश्वविद्यालयों में ज्योतिष शास्त्र को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने की मांग की गई।

चमोली

देवरा खडेरा गाँव में एक जर्जर मकान की छत गिर जाने से उसमें रह रही एक महिला व उसके दो बच्चे घायल हो गए।

पर्यावरण को प्रदू्षण मुक्त रखने के लिए जय गोपीनाथ कला मंच ने ग्राम पंचायत सोनला में एक दिन की जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया। ग्राम पाडुली में भी वन विकास समिति की बैठक में महिलाओं ने वनों की रक्षा का संकल्प लिया। सोनला हाईड्रम योजना की जाँच टीम ने सोनला पहुँच कर योजना स्थल का निरीक्षण किया।

त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने गोपेश्वर में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर जिला नियोजन समिति में ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत के प्रतिनिधियों को शामिल करने की मांग की और इस बारे में राज्यपाल के नाम लिखा गया अपना ज्ञापन दिया।

कर्णप्रयाग में अलंकनंदा और पिंडर में पानी की किल्लत के कारण पेय जल की समस्या उत्पन्न हो गई है। चार महीनों से पेयजल समस्या से गुजर रहे पलेठी के लोगों ने गोपेश्वर में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

रुद्रप्रयाग

पुलिस स्थापना दिवस के मौके पर जिला मुख्यालय में रक्तदान और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।

मूल निवासी समाज पार्टी ने अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया।

नगर में पेयजल संकट बढ़ने से लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है।

उत्तरकाशी

बालगंगा नदी पर गुनसोला लघु बिजली परियोजना के खिलाफ आंदोलनरत ग्रामीणें ने आवासीय कालोनी में ताले जड़ दिये। इसके बाद से कम्पनी के कर्मचारी पावर हाउस में ही डेरा डाले हुए हैं।

आगामी यात्रा सीजन से गंगोत्री धाम में रिंगाल की टोकरी में प्रसाद मिलेगा। यमुनोत्री में इसका सफल प्रयोग करने वाले संस्थान ने इस दिशा में काम आरंभ कर दिया है। गंगोत्री मंदिर समिति ने अपनी वेबसाइट भी आरंभ कर दी है। विधायक गोपाल सिंह रावत ने इसका उद्घाटन किया।

विधान सभा पुरोला की समस्याओं के हल की माँग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक राजेश जुवांठा के
नेतृत्व में प्रदर्शन किया। प्रधान संगठन की बैठक में पंचायती कानून को शीघ्र लागू करने की मांग की गई।

चार धाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष ने कहा कि इस बार चार धाम यात्रा को चाक-चौबंद बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है।

स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वरोजगार योजना के तहत विकास भवन स्थित शिल्प एंपोरियम में बुराँस स्क्वैश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।

टिहरी

टिहरी बाँध की सुरक्षा में तैनात सी.आई.एस.एफ. जवान ने अपनी राइफल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली।

सिंचाई व समाज कल्याण मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने चम्बा में कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों के लिए जिन योजनाओं का संचालन कर रही है उनका लाभ उचित पात्र को मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

टिहरी बाँध से प्रभावित जिन लोगों को कृषि भूखंड मिले थे परन्तु आवासीय भूखंड नहीं मिल पाए थे, उन्हें अब लाटरी के माध्यम से आवासीय भूखंडों का आबंटन किया गया।

पौड़ी

विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय महामंत्री डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कोटद्वार में कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र तभी बनेगा जब हिन्दू समाज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए एकजुट होगा।

हेमवतीनन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में कार्यरत अंशकालिक शिक्षकों और अतिथि शिक्षकों ने माँग की कि उन्हें यू.जी.सी. के संशोधित वेतनमान के आधार पर 25,000 रु. प्रतिमाह का मानदेय दिया जाए। बी.एड. प्रशिक्षित बेरोजगारों ने रिक्त पदों को भर कर रोजगार देने की मांग को लेकर 11 अप्रैल को राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया।

हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष प्रो. रमेश चन्द्र शर्मा को उनके शोध कार्य के लिए अमृता देवी विश्नोई पुरस्कार व स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

गढ़वाल सर्वोदय मंडल के तत्वावधान में दो दिवसीय सर्वोदय सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्बेट पार्क की कालागढ़ रेंज में दो वनकर्मियों पर हाथी के हमले में वे दोनों घायल हो गए।

Saturday, April 17, 2010

औली के बारे में कुछ

औली उत्तराखण्ड का एक भाग है।








औली उत्तराखण्ड का एक भाग है। यह 5-7 किमी. में फैला छोटा-सा स्की रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट को 9,500-10,500 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। यहां बर्फ से ढकी चोटियां बहुत ही सुन्दर दिखाई देती हैं। इनकी ऊंचाई लगभग 23,000 फीट है। यहां पर देवदार के वृक्ष बहुतायत में पाए जाते हैं।

औली में प्रकृति ने अपने सौन्दर्य को खुल कर बिखेरा है। यात्रा करते समय आपको गहरी ढ़लानों और ऊंची चढाई चढ़नी पड़तीं है। यहां पर सबसे गहरी ढलान 1,640 फुट पर और सबसे ऊंची चढा़ई 2,620 फुट पर है। यहां पर केवल स्किंग और केवल स्किंग की जा सकती है। इसके अलावा यहां पर अनेक सुन्दर दृश्यों का आनंद भी लिया जा सकता है। नंदा देवी के पीछे सूर्योदय देखना एक बहुत ही सुखद अनुभव है। नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान यहां से 41 किमी. दूर है।

यहां पर स्की करना सिखाया जाता है। गढ़वाल मण्डल विकास निगम ने यहां स्की सिखाने की व्यवस्था की है। यह ट्रेनिंग हर वर्ष जनवरी-मार्च में दी जाती है। मण्डल के अलावा निजी संस्थान भी ट्रेनिंग देते हैं।

औली की यह तस्वीरें





प्रकृति की सुरम्य गोद मे बसा गढ़वाल


पुरानी कथों के अनुसार कहा जाता है की गढ़वाल का नाम ५२ गडों के कारण पड़ा है, मुख्यतया दुर्गों को गढ़ कहा जाता है, जो इस परकार से हैं-
नाग्पुर्गढ़ - नागबंशी राजाओं का राज्य।
कोलिगढ़ - बिष्टों का राज्य।
रावल गढ़ -रावल जाति के राजाओं का राज्य।
फल्यांगढ़ - कल्याण जाति के ब्रह्मण राजाओं का राज्य।
बांवार्गढ़ -नागवंशी राणा राजाओं का राज्य।
कुइलिगढ़ (जोरासी गढ़)- सजवान राजाओं का राज्य
भार्पूर्गढ़
कुंजादी गढ़- राजा सुलतान सिंघ।
सिल्गढ़ - सज्वाद जाति के राजों का राज्य।
मूंग्रागढ़ -रावत जाति के राजाओं का राज्य.
रैका गढ़ -रमोला जाति के राजाओं का राज्य।
मौएल्या गढ़
उपू गढ़- चौहान राजाओं का राज्य।
नालागढ़- यही आज उत्तराखंड की राजधानी है(देहरादून)।
संकरी गढ़- राणा राजाओं का राज्य।
विरंल्या गढ़-रावत जाति के लोगों का राज्य।
चाँद पुर गढ़-सूर्य वंशी राजाओं का राज्य।
चौन्दा गढ़-चौन्दल जाति के राजाओं का राज्य।
तपो गढ़- तोपाल जाति के राजाओं का राज्य।
रानी गढ़- खाती जाति के राजाओं का राज्य।
श्री गुरुगढ़- पडियार जाति के राजाओं का राज्य।
बधन गढ़-बधान जाति के राजाओं का राज्य।
लोहाव गढ़-लोह्वा नेगी।
दशोली गढ़
कंडारी गढ़- कंडारी जाति के लोगों का राज्य।
धोना गढ़- धौंयल जाति
रतन गढ़-धमादा जाति।
एरासू गढ़
एडियागढ़-ईदिया जाति।
लंगूर गढ़
बाग़ गढ़- बागुर नेगी
बद्कोट- बगाद्वाल जाति।
भात्नाग-बिष्ट भोटिया
बंगढ़- ईदिया जाती
भारदार गढ़
चौन्द्कोट गढ़- चौन्द्कोट जाति
नयाल गढ़ - नयाल जाती
अजमेर गढ़ -पयाज जाती
कोडा गढ़- रावत जाती
सावली गढ़-
बदलपुर गढ़-
संगेला गढ़-बिष्ट जाती
जोत गढ़
गुजुदु गढ़
देवल गढ़
लोहा गढ़- लोड जाती\
जुल पुरा गढ़-
चंपा गढ़
दोदारा
भुवना गढ़
लोदन गढ़
यह बावन राज्य थे, आपस मे लड़ने के कारण पंवार बंश के राजा ने सबको परास्त कर एक क्षत्र राज्य स्थापित किया, जिनमे बावन गढ़ शामिल होने के कारण उसे गढ़वाल नाम दिया। वह राजा अजयपाल था।

उत्तराखंड की लोक संस्कृति है जागर



उत्तराखंड की लोक संस्कृति है जागर

कुमाउंनी संस्कृति के विविध रंग हैं जिनमें से एक है यहां की ‘जागर’। उत्तराखंड में ग्वेल, गंगानाथ, हरू, सैम, भोलानाथ, कलविष्ट आदि लोक देवता हैं और जब पूजा के रूप में इन देवताओं की गाथाओं का गान किया जाता है उसे जागर कहते हैं। जागर का अर्थ है ‘जगाने वाला’ और जिस व्यक्ति द्वारा इन देवताओं की शक्तियों को जगाया जाता है उसे ‘जगरिया’ कहते हैं। इसी जगरिये के द्वारा ईश्वरीय बोल बोले जाते हैं। जागर उस व्यक्ति के घर पर करते हैं जो किसी देवी-देवता के लिये जागर करवा रहा हो।

जागर में सबसे ज्यादा जरूरी होता है जगरिया। जगरिया को ही हुड़का और ढोलक आदि वाद्य यंत्रों की सहायता से देवताओं का आह्वान करना होता है। जगरिया देवताओं का आह्वान किसी व्यक्ति विशेष के शरीर में करता है। जगरिये को गुरू गोरखनाथ का प्रतिनिधि माना जाता है। जगरिये अपनी सहायता के लिये दो-तीन लोगों को और रखते हैं। जो कांसे की थाली को लकड़ियों की सहायता से बजाता है। इसे ‘भग्यार’ कहा जाता है।

जागर में देवताओं का आह्वान करके उन्हें जिनके शरीर में बुलाया जाता है उन्हें ‘डंगरिया’ कहते हैं। ढंगरिये स्त्री और पुरूष दोनों हो सकते हैं। देवता के आह्वान के बाद उन्हें उनके स्थान पर बैठने को कहा जाता है और फिर उनकी आरती उतारी जाती है। जिस स्थान पर जागर होनी होती है उसे भी झाड़-पोछ के साफ किया जाता है। जगरियों और भग्यारों को भी भी डंगरिये के निकट ही बैठाया जाता है।

जागर का आरंभ पंच नाम देवों की आरती द्वारा किया जाता है। शाम के समय जागर में महाभारत का कोई भी आख्यान प्रस्तुत किया जाता है और उसके बाद जिन देवी-देवताओं का आह्वान करना होता है उनकी गाथायें जगरियों द्वारा गायी जाती हैं। जगरिये के गायन से डंगरिये का शरीर धीरे-धीरे झूमने लगता हैं। जागर भी अपने स्वरों को बढ़ाने लगता है और इसी क्षण डंगरिये के शरीर में देवी-देवता आ जाते हैं। जगरिये द्वारा फिर से इन देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। अब डंगरिये नाचने लगते हैं और नाचते-नाचते अपने आसन में बैठ जाते हैं। डंगरिया जगरिये को भी प्रणाम करता है। डंगरिये के समीप चाल के दाने रख दिये जाते हैं जिन्हें हाथों में लेकर डंगरिये भूतकाल, भविष्यकाल और वर्तमान के विषय में सभी बातें बताने लगते हैं।

डंगरिये से सवाल पूछने का काम उस घर के व्यक्ति करते हैं जिस घर में जागर लगायी जाती है। बाहरी व्यक्ति भी अपने सवाल इन डंगरियों से पूछते हैं। डंगरिये द्वारा सभी सवालों के जवाब दिये जाते हैं और यदि घर में किसी तरह का कष्ट है तो उसके निवारण का तरीका भी डंगरिये द्वारा ही बताया जाता है। जागर के अंत में जगरिया इन डंगरियों को कैलाश पर्वत की तरफ प्रस्थान करने को कहता है। और डंगरिया धीरे-धीरे नाचना बंद कर देता है।

जागर का आयोजन ज्यादातर चैत्र, आसाढ़, मार्गशीर्ष महीनों में किया जाता है। जागर एक, तीन और पांच रात्रि तक चलती है। सामुहिक रूप से करने पर जागर 22 दिन तक चलती है जिसे ‘बाईसी’ कहा जाता है।

वैसे तो आधुनिक युग के अनुसार इन सबको अंधविश्वास ही कहा जायेगा। पर ग्रामीण इलाकों में यह परम्परा आज भी जीवित है और लोगों का मानना है कि जागर लगाने से बहुत से लोगों के कष्ट दूर हुए हैं। उन लोगों के इस अटूट विश्वास को देखते हुए इन परम्पराओं पर विश्वास करने का मन तो होता ही है।