Saturday, April 17, 2010

प्रकृति की सुरम्य गोद मे बसा गढ़वाल


पुरानी कथों के अनुसार कहा जाता है की गढ़वाल का नाम ५२ गडों के कारण पड़ा है, मुख्यतया दुर्गों को गढ़ कहा जाता है, जो इस परकार से हैं-
नाग्पुर्गढ़ - नागबंशी राजाओं का राज्य।
कोलिगढ़ - बिष्टों का राज्य।
रावल गढ़ -रावल जाति के राजाओं का राज्य।
फल्यांगढ़ - कल्याण जाति के ब्रह्मण राजाओं का राज्य।
बांवार्गढ़ -नागवंशी राणा राजाओं का राज्य।
कुइलिगढ़ (जोरासी गढ़)- सजवान राजाओं का राज्य
भार्पूर्गढ़
कुंजादी गढ़- राजा सुलतान सिंघ।
सिल्गढ़ - सज्वाद जाति के राजों का राज्य।
मूंग्रागढ़ -रावत जाति के राजाओं का राज्य.
रैका गढ़ -रमोला जाति के राजाओं का राज्य।
मौएल्या गढ़
उपू गढ़- चौहान राजाओं का राज्य।
नालागढ़- यही आज उत्तराखंड की राजधानी है(देहरादून)।
संकरी गढ़- राणा राजाओं का राज्य।
विरंल्या गढ़-रावत जाति के लोगों का राज्य।
चाँद पुर गढ़-सूर्य वंशी राजाओं का राज्य।
चौन्दा गढ़-चौन्दल जाति के राजाओं का राज्य।
तपो गढ़- तोपाल जाति के राजाओं का राज्य।
रानी गढ़- खाती जाति के राजाओं का राज्य।
श्री गुरुगढ़- पडियार जाति के राजाओं का राज्य।
बधन गढ़-बधान जाति के राजाओं का राज्य।
लोहाव गढ़-लोह्वा नेगी।
दशोली गढ़
कंडारी गढ़- कंडारी जाति के लोगों का राज्य।
धोना गढ़- धौंयल जाति
रतन गढ़-धमादा जाति।
एरासू गढ़
एडियागढ़-ईदिया जाति।
लंगूर गढ़
बाग़ गढ़- बागुर नेगी
बद्कोट- बगाद्वाल जाति।
भात्नाग-बिष्ट भोटिया
बंगढ़- ईदिया जाती
भारदार गढ़
चौन्द्कोट गढ़- चौन्द्कोट जाति
नयाल गढ़ - नयाल जाती
अजमेर गढ़ -पयाज जाती
कोडा गढ़- रावत जाती
सावली गढ़-
बदलपुर गढ़-
संगेला गढ़-बिष्ट जाती
जोत गढ़
गुजुदु गढ़
देवल गढ़
लोहा गढ़- लोड जाती\
जुल पुरा गढ़-
चंपा गढ़
दोदारा
भुवना गढ़
लोदन गढ़
यह बावन राज्य थे, आपस मे लड़ने के कारण पंवार बंश के राजा ने सबको परास्त कर एक क्षत्र राज्य स्थापित किया, जिनमे बावन गढ़ शामिल होने के कारण उसे गढ़वाल नाम दिया। वह राजा अजयपाल था।

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