Friday, May 16, 2014
Purnima Santra: 3d design for BTL agency
Purnima Santra: 3d design for BTL agency: 3D stage deign for Scupltator, a BTL company. 3D Design for Annual summit by Lanxess This is a creative design proj...
Tuesday, May 17, 2011
Thursday, May 12, 2011
गढ़वाल अपणु और मूलक
उत्तराखण्ड गीत गढ़वाली गीत
मेरी बेटुली मेरी लाड़ी लडयाली
मेरी चखुली मेरी फूलो की डाली ..२
आज स्य देखदे -द्खदा ,बिराणी हवे गे सैति-पाली..२
बाबा जी यकुली -यखुली कनु के की जोलु
हे माजी बीरण मुलुक कनु के की रोलु
अफु भी रोई मैती भी रुलेगे आज छके की
हेंस्दु- खेलदु घर सुन कैगे जिकुड़ी यो दुखे की
ख़ुद लगली भ्ये-ब्हेनो मैतियों की रोवए ना
उपरी मुल्क उपरी मनखीयो मा धीरज खोये ना
खूब फल -फूली मैतियों ना भूली ..२
मेरी आंखी यो की उजयाली
बिराणी ........ पाली
अपणु हवे की भी अपणु णी यो धन कन धन चा
याद ओदन तेरा खेल -खिलौना दिन बाला पन का
किल्क्वारी मारी ग्वाया लगाणु याद आणु चा
तुतले की तेरु बोलणु बचियाणु याद आणु चा
नवाई -तपाई गोल्याई हिटाई जिकुडा का काख सिवाली
बिराणी हवे गे सैति पाली
मुख ना लगी दाना सय्नो का प्रेम से रै ई
भल- बुरु जनु होलू भाग मा बेटी चुप सै लेई
अमर रया तेरु सुहाग ,सदनी सुखी सन्ति रै तू
द्वि घरो की छे लाज अपणु धर्म निभे तू
खूब फल -फूली मैतियों ना भूली ..२
मेरी आंखी यो की उजयाली
बिराणी ........ पाली
गढ़वाल कु ऑफिस संजय गढ़वाली
ऑफिस – ऑफिस यू चा संजय गढ़वाली जी कु ऑफिस !
यो चा दागडियो मेरु – ऑफिस ??
कन – ऑफिस !
आफत चा भरी ऑफिस !
...हर जगह माँ खटपट चा ऑफिस !!
सुबर लेक उठण चला जी ऑफिस ,
खाणु ना पिणी सुबर शाम चला जी ऑफिस ,
सुबर बठे शाम तक फोन से परेसान छो ये ऑफिस !!
ऑफिस – ऑफिस यू चा संजय गढ़वाली जी कु ऑफिस !
यो चा दागडियो मेरु – ऑफिस ??
कन – ऑफिस !
मुश्किल चा भरी – ऑफिस !
हर जगह माँ झंझट चा दागडियो यू ऑफिस !!
पेंसो की माया चा यू ऑफिस ,
कभी कभी ता जू बोल्दु फास खे दिण छा ये ऑफिस ,
जब मी तय डांट लगदी ता जू बोल्दु की छट छोड़ी कन चल जान छो ऑफिस !!
ऑफिस – ऑफिस यू चा संजय गढ़वाली जी कु ऑफिस !
यो चा दागडियो मेरु – ऑफिस ??
कन – ऑफिस !
आफत चा भरी – ऑफिस !
सुबर बठे शाम तक खुला रेंदु यू ऑफिस !!
खुसर – फुसर गप्पी सप्पी लागदन ये ऑफिस ,
कई लोग ता इश्क भी लड़ादान ऑफिस ,
पेंसा का जाल माँ फस गयो दागडियो मी ये ऑफिस !!
ऑफिस – ऑफिस यू चा संजय गढ़वाली जी कु ऑफिस !
यो चा दागडियो मेरु – ऑफिस ??
उत्तराखण्ड दागडियो कु दिल
Monday, April 18, 2011
तस्वीर कु रूप एक नी चा बहुत छन
सुख जे तय मिली जादू हसदा भी वु ही छन
सचाई जू भी हो काखी माँ नी छुप सकदी
झूट जू भी बोल्दु ता सच काखी ना काखी निकली ही जादी
जमना माँ खेल खिलनी मिन अभी तक याद छन
चोट भी बहुत खेन मिन जो का घाव अभी तक छन
यी जुकड़ी मा उलट फेर बहुत वेन कुछ नी सोची मिन
समय बहुत बलवान चा वे का अगने केकी भी चलदी नी देखी मिन
Friday, March 18, 2011
उत्तराखण्ड होली
जुकड़ी मा उबाल होण बेठी गे
होली कु त्यौहार नजदीक आयी गे
प्रेम का रगों से वेली खूब बरखा
यान ही फागुन की होली की बरखा आयी गे
चेत का महिना मा बनी बनी का फुल डालो पर खिली गेन
...होली का रंगों तय भी लोग खूब खरदीण बेठी गेन
होली का रगों मा हर तरफ घरो की देली सजी गे
दुकानदार भी रगों की ढ़ेर और पिचकारी ले कन बाजार में आयी गे
लाल गुलाबी नीला पिला यू सब ख़ुशी का रंग छन
ढोल डामो की तान मा सब दागडिया मस्त हुया छन
गुझिया पापड़ बनी बनी का पकवान बड बेठी गेन
खदा घुमदा मन ही मन मा होली का गीत गाण बेठी गेन
रग बिरागी हुई चा दुनिया सारी होली का रग मा
भेद भाव कुछ ना करया गला मिलया ये होली का त्यौहार मा
Tuesday, March 15, 2011
उत्तराखण्ड का पुराना माकन
उत्तराखण्ड का पुराना माकन जू की पत्थर से बनया जादा छा कितना सुन्दर लगदा छा वू कूड़ा पहेली जमना का दुंग - माकन बनान वाला मिस्त्री ही कुछ अलग होदन अपणु पूरण कुड छा हमारू यू ढुग वालू
इसी तरह जहा हिंदी मई पत्थर है और अंग्रेजी में stone , लेकिन पहाड़ी में देखिये-
ख्यर - छोटे छोटे पत्थर
ल्वाड - थोडा बड़ा पत्थर
गंल्वाद - कुछ और बड़ा पत्थर
डासि - मजबूत पत्थर
दुंग - माकन बनाने वाला पत्थर
दाव - पत्थर वाली जमी
उत्तराखण्ड फुल सक्रांति
उत्तराखण्ड फुल सक्रांति में आप का सब परिवार तय शुब कामना आज का दिन बठे हमरा गढ़वाल मा फुल देली मा डालदन सुबेर ले की फुल डाली कन नोनी स्कूल जदन एक महिना ये फुल कु त्यौहार होदू हमारा उत्तराखण्ड मा बनी बनी का फुल डाल दन या मा फ्योली का फूल बुरास का फुल हार किसम का फुल डाल दन
उत्तराखण्ड! .... फूल सक्रांति के दिन गाँव के औजि (ढोल दमाऊं बादक... ) द्वार-द्वार जाकर (नौबत ) इसको शुव्कामना सन्देश दिदु
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